कुछ प्रश्न
उसका और मेरा नाता कुछ तो है,
यूँ ही तो तूने हमें ना मिलाया होगा।
कुछ फलसफा तो होगा इस मुलाकात का भी,
यूँ ही तो तूने हमें न तो रूलाया होगा।
यूँ ही तो तूने हमें ना मिलाया होगा
मिला दे
उसे और मुझे तू मिला दे,
यूँ ना तू हमें जीने की सजा दे।
गर करें हैं हमने कुछ पुण्य,
तो भुला दे सब, और कर दे शून्य।
सारी गिला मिटा अब,
अब हमें मिला दे।