मुझे अब तुझसे दूर जाना है
आठों पहर आने वाली, तेरी यादों के सहारे,
अब हँसना और जीना है, मुझे अब तुझसे दूर जाना है ।
पहलू से अब तेरे खुद को सिमेटना है,
पास रहकर अब तेरे, तुझे नहीं और सताना है।
मुझे अब तुझसे दूर जाना है।
है तुझसे बेहद प्यार, अब यह अहसास तुझे नहीं दिलाना है,
तेरे और तेरे अपनों की खुशी के लिये, मुझे अब तुझसे दूर जाना है।
रहे तू आबाद अपनी दुनिया में, अब यही एक सजदा खुदा से करना है,
तेरे एक-एक जख्म को अपनी दुआओं से भरना है ।
मुझे अब तुझसे दूर जाना है ।
"मीठी"
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